जम्मू-कश्मीर के कठुआ ज़िले से देश की सुरक्षा व्यवस्था को हिला देने वाली खबर सामने आई है। दो स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) — अब्दुल लतीफ और मोहम्मद अब्बास — को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
दोष क्या है?
पुलिस की गहन जांच में खुलासा हुआ है कि ये दोनों SPO आतंकी संगठनों के साथ सीधे संपर्क में थे और राष्ट्र-विरोधी तत्वों के साथ संवेदनशील सरकारी और सुरक्षा जानकारियाँ साझा करने की नापाक कोशिश कर रहे थे।
वर्दी में गद्दारी
यह घटना इसलिए भी चौंकाने वाली है क्योंकि इन लोगों ने वर्दी पहनकर देश की सेवा और रक्षा की शपथ ली थी। इन्होंने उस शपथ को तोड़ते हुए, देश के दुश्मनों के साथ मिलकर वफादारी की सभी सीमाएं लांघ दीं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस का कड़ा संदेश
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस कार्रवाई पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए ज़ीरो-टॉलरेंस नीति दोहराई है:
“आतंकवाद से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। यह कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश है कि गद्दारी अब वर्दी के पीछे भी नहीं छिप सकती, चाहे वह व्यक्ति सिस्टम के भीतर ही क्यों न हो।”
कठुआ की यह बर्खास्तगी एक मिसाल है कि सुरक्षा तंत्र में छिपे गद्दारों के लिए कोई जगह नहीं है।
editing by suresh jajam

















